रायपुर
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एक अध्य्क्ष,पांच उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष, एक सचिव,दो सहसचिव,चार मिडिया प्रभारी ने लिया संकल्प
मिनीमाता गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने ध्वजारोहण एवं नवनिर्वाचित पदाधिकारी का शपथ ग्रहण समारोह हुआ सपन्नबिलासपुर।मस्तूरी ब्लाक के अंतर्गत पचपेड़ी तहसील…
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परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जयंती समारोह शामिल हुए मुख्यमंत्री ने ऑडिटोरियम के लिए 50 लाख रूपए और तालाब सौंदर्यीकरण के लिए 25 लाख रूपए की घोषणा
बाबा गुरू घासीदास जी का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र-मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायराम गोपाल भार्गव रायपुर । मुख्यमंत्री…
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राज्यपाल श्री हरिचंदन से आयुक्त जनसम्पर्क श्री मयंक श्रीवास्तव ने की सौजन्य मुलाकात
राम गोपाल भार्गव रायपुर । राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन से आज राजभवन में जनसम्पर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव ने सौजन्य…
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नई सरकार से पूर्ण उम्मीद कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार एवं शिक्षा हित में प्राचार्य पदोन्नति का आदेश शीघ्र जारी करें – सतीश प्रकाश सिंह प्रदेश संयोजक छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” ने मुख्यमंत्री एवं स्कूल शिक्षा मंत्री से प्रदेश के 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में वर्षो से रिक्त पड़े प्राचार्य के पदों पर शीघ्र पदोन्नति आदेश जारी करने की मांग की”
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रायपुर/ “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” ने प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत कार्यरत हजारों नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों की प्राचार्य पदोन्नति की आवाज़ को शासन तक पहुंचाने कारगर पहल की हैं। प्रदेश में विगत 11 वर्षो से 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्राचार्य के रिक्त पदों पर पात्रता रखने वाले नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक माध्यमिक शाला की प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं हुई हैं।
प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों से प्राचार्य पदोन्नति किए जाने की मांग को लेकर विगत तीन वर्षो से प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह के संयोजकत्व तथा अगुवाई में पूर्व सरकार से लगातार मांग की गई। “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा के द्वारा व्याख्याता तथा प्रधान पाठक से प्राचार्य पदोन्नति किए जाने के लिए हाईकोर्ट छत्तीसगढ़ से लेकर सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली तक न्याय के लिए गुहार लगाई गई। “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” ने पूर्व सरकार के मुख्यमंत्री,स्कूल शिक्षा मंत्री , स्कूल शिक्षा विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव, सचिव, संचालक लोक शिक्षण तथा अन्य विभागीय उच्चाधिकारियो से मुलाकात कर अनेकों बार ज्ञापन सौंप कर प्राचार्य पदोन्नति के लिए मांग की, किंतु पूर्व सरकार के द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए बेहद जरूरी इस प्राचार्य पदोन्नति की मांग को तरजीह नहीं दी गई, नतीजा हर वर्ष सैकड़ों की संख्या में नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक बिना प्राचार्य पदोन्नति के सेवानिवृत होते चले गए, अनेकों व्याख्याता तथा प्रधान पाठक प्राचार्य बनने का सपना लिए स्वर्ग सिधार गए। नतीजा प्रदेश के सैकड़ों शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल प्राचार्य विहीन रह गए , जहां प्रभारी के भरोसे काम चलाया जा रहा हैं। “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” के प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार के आने से शिक्षा जगत में नई उम्मीद उत्पन्न हुई हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार के मुख्यमंत्री तथा स्कूल शिक्षा मंत्री से पूर्ण उम्मीद हैं कि प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए तथा प्राचार्य विहीन समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में पूर्णकालिक प्राचार्य की पद स्थापना के लिए शीघ्र कदम उठाए जाएंगे। “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” के प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री तथा स्कूल शिक्षा मंत्री से मांग की हैं कि स्कूल शिक्षा विभाग में विगत 11 वर्षो से रूकी हुई प्राचार्य पदोन्नति के लिए कारगर कदम उठाते हुए प्राचार्य पदोन्नति का आदेश शीघ्र जारी करवाने विभागीय अधिकारियों को समुचित निर्देश जारी करें। उन्होंने मुख्यमंत्री तथा स्कूल शिक्षा मंत्री से मांग की हैं कि प्रदेश के 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में रिक्त प्राचार्य के पदों को वर्षो से प्राचार्य पदोन्नति से वंचित प्रदेश के सभी पात्र नियमित व्याख्याता एवं प्रधान पाठकों से प्राचार्य पदोन्नति का आदेश लोक सभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पूर्व आदेश जारी करें , ताकि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सकें। स्कूल शिक्षा विभाग में विगत 11 वर्षो से प्राचार्य पदोन्नति नहीं होने के कारण 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल प्राचार्य विहीन हैं, जहां प्रभारियों के भरोसे काम चलाया जा रहा हैं।
प्रदेश के 3266 से अधिक स्कूलों में पूर्णकालिक प्राचार्य के नहीं होने से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था तथा शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही हैं। प्रदेश के स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में पूर्णकालिक प्राचार्य की इतनी बड़ी रिक्तता सवालिया निशान खड़ा करती हैं।
“छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” के प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने कि मुख्यमंत्री तथा स्कूल शिक्षा मंत्री से मांग की हैं कि राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत “टी” संवर्ग में वर्ष 2013 से तथा “ई” संवर्ग में वर्ष 2016 के बाद से हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं की गईं हैं । राज्य में 3266 से अधिक शासकीय हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूलों में वर्षों से प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में 11 वर्षो से प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं होने से “टी” तथा “ई” संवर्ग के सैकड़ों नियमित व्याख्याता तथा नियमित प्रधान पाठक सेवानिवृत्त हो गए हैं। प्राचार्य पद पर पदोन्नति का रास्ता देखते-देखते अनेकों व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों की मृत्यु हो गईं हैं। प्रत्येक माह लगातार अनेक वरिष्ठ व्याख्याता और प्रधान पाठक माध्यमिक शाला प्राचार्य पदोन्नति का रास्ता देखते- देखते सेवानिवृत होते जा रहे हैं। प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री तथा स्कूल शिक्षा मंत्री से मांग की हैं कि प्रदेश में विगत कई वर्षों से बाधित रही प्राचार्य पदोन्नति की विभागीय प्रकिया को तेजी से पूर्ण कर 3266 से अधिक हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य के रिक्त सभी पदों पर पात्रता रखने वाले नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों से प्राचार्य पदोन्नति का आदेश लोक सभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पूर्व जारी करने की माँग की गई हैं। प्रदेश संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने कहा कि प्राचार्य पद पर पदोन्नति देने से शासन को कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आयेगा , क्योंकि पदोन्नति प्राप्त करने वाले सभी नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक वर्तमान में प्राचार्य पद का ही वेतन और पे स्केल प्राप्त कर रहें हैं। प्रदेश के इन वरिष्ठ व्याख्याता और प्रधान पाठकों को प्राचार्य पद पर पदोन्नति मिलने से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में समुचित सुधार आएगा। -
विवाह योग्य युवक-युवतियों के सामाजिक परिचय सम्मेलन समाज के लिए लाभदायक: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
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सामाजिक परिचय सम्मेलनों और आदर्श सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता
सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति द्वारा आयोजित सतनामी युवक-युवती परिचय सम्मेलन को मुख्यमंत्री ने किया संबोधित
रायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित खालसा स्कूल परिसर में सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति द्वारा आयोजित सतनामी युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज के लिए लाभदायक होते हैं। समाज के गुरु बालदास साहब ने अपने पुत्र का विवाह, समाज द्वारा आयोजित परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह में कराकर समाज के सामने एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से वर-वधु खोजने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ता, एक मंच पर ही विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय प्राप्त होता है। आगे चलकर वे विवाह के पवित्र बंधन में बंधते हैं। ऐसे आयोजनों से समय और धन की बचत होती है। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में शामिल होने वाले युवक-युवतियों को उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान करते हुए शुभकामनाएं दी। उन्होंने सतनामी समाज द्वारा आयोजित इस परिचय सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि पश्चिमी संस्कृति में विवाह भले ही कॉन्ट्रेक्ट होता है लेकिन हमारी संस्कृति में विवाह एक पवित्र संस्कार और सात जन्मों का साथ होता है। ऐसे आयोजनोें से दो परिवारों को शादी संबंध स्थापित करने में काफी सहूलियत होती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इसके पहले बाबा गुरू घासीदास जी की पूजा अर्चना कर एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर भंडारपुरी गद्दीनशीन धर्म गुरु श्री बालदास साहब, नवनिर्वाचित विधायक गुरु श्री खुशवंत साहब, पूर्व राज्य सांसद श्री भूषण लाल जांगड़े, पूर्व लोकसभा सांसद श्री गोविंद राम मिरी, समाज के संरक्षक श्री सरजू प्रसाद घृतलहरे, सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति के अध्यक्ष श्री जय बहादुर बंजारे भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ध्येय वाक्य ‘‘सबका साथ, सबका विकास। सबका विश्वास और सबका प्रयास‘‘ का अनुसरण कर रही है। हमने लोगों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए मोदी जी की गारंटी पर अमल की शुरूआत कर दी है। उन्होंने सतनामी समाज द्वारा नवा रायपुर में सामाजिक गतिविधियों के लिए जमीन की मांग के संबंध में कहा कि राज्य सरकार सतनामी समाज के विकास के लिए जो भी जरूरी सहयोग होगा करेगी। नवा रायपुर में सामाजिक गतिविधियों के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग पर विचार करेंगे।
गुरू श्री बालदास साहब ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर समाज में विवाह योग्य युवक-युवतियों के परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने समाज के सभी लोगों से ऐसे सामाजिक आयोजनों में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने परिचय सम्मेलन में शामिल होने वाले युवक-युवतियों को आशीर्वाद प्रदान किया। सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति के अध्यक्ष श्री जय बहादुर बंजारे ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि उनकी समिति द्वारा 23 वर्षाें से परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे विभिन्न आयोजनों में अब तक लगभग 19 हजार 500 विवाह योग्य युवक-युवतियों ने अपना परिचय दिया। जिनमें से लगभग 65 प्रतिशत विवाह के पवित्र बंधन में बंधे।
नवनिर्वाचित विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज को लाभ मिलता है। युवक-युवतियों और उनके परिवारजनों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिलता है। आसानी से विवाह संबंध बनते है। और शादी- ब्याह में समय और धन की बचत होती है। -
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जनजागरूकता के लिए आयोजित होंगे विविध कार्यक्रममंत्रालय में आयोजित हुई राज्य सड़क सुरक्षा परिदृश्य की बैठक राम गोपाल भार्गव रायपुर…
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एनआईटी रायपुर के पांच छात्रों ने हासिल किया माइक्रोसॉफ्ट में प्लेसमेंट
राम गोपाल भार्गव राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के अंतिम वर्ष के सूचना प्रौद्यौगिकी ब्रांच के हृदम पलवे, साक्षी अग्रवाल और…
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मुख्यमंत्री 6 जनवरी को बस्तर, दुर्ग और धमतरी जिले के दौरे पर
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