बिलासपुर

स्कूलों में खर्च की गई राशि का हिसाब नहीं देने का मामला



बिलासपुर। शासन द्वारा प्राचार्यों को विभिन्न मदों से राशि जारी की जाती है। उसका उपयोग उनके द्वारा स्कूल संचालन के लिए किया जाता है। साथ ही व्यय की गईराशि का हिसाब जिला शिक्षा अधिकारी को देना होता है। इसके बाद जिले के सभी स्कूलों में खर्च की गई राशि की जानकारी डीपीआई को भेजी जाती है। जिले के 34 हाई और हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्यों ने मई माह का व्यय पत्रक जमा नहीं किया। जिसके कारण जिले से डीपीआई को आधी-अधूरी जानकारी भेजने पड़ी। इसको गंभीरता से लेते हुए डीईओ ने खर्च का हिसाब नहीं देने वाले प्राचार्यों को नोटिस जारी किया है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा उक्त प्राचार्यों को कई बार रिमांडर भी जारी किया गया। इसके बाद भी उनके द्वारा खर्च का हिसाब देने में रूचि नहीं ली गई। इसको शासकीय आदेश का अवहेलना मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसमें सभी प्राचार्यों को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जिले के शासकीय हाईस्कूल व उच्चतर माध्यमिक शाला तेंदुया, छतौना, कोड़ापुरी, कन्या सकरी, बीजा, खरगहना, जूनापारा, करगीकला, धनरास, मनपहरी, गोबरीपाट, अमने, लिम्हा, खरकेना, मिटूनवागांव, खमतराई, जरहाभाठा, पासीद, गतौरा, हरदीकला, बांका, बालक पचपेड़ी, धनगवां, दर्रीघाट, महमंद, परसदा ति, कन्या चकरभाठा, चिंगराजपारा, शंकरनगर, सुलौनी, भरारी, मस्तूरी, बानाबेल, मानिकचौरी के प्राचायों को जिला शिक्षा अधिकारी तिलक राम साहू द्वारा माह मई का व्यय पत्रक प्रस्तुत नहीं करने के कारण नोटिस जारी किया गया है।

Ramgopal Bhargav

मेरा नाम रामगोपाल भार्गव है, मैं (नवा बिहान न्यूज़) पोर्टल का संपादक हूँ। Navabihannews.com एक हिन्दी न्यूज़ पॉर्टल है इस पोर्टल छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश दुनियाँ की खबरों को प्रकाशित किया जाता है।

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