
परंपरा को बचाए रखना हमारा कर्तव्य है सरपंच संतोष डोंगरे

बिलासपुर। राज्य को लोक पर्व भोजली त्यौहार पूरे प्रदेश के साथ ग्राम वेद परसदा में भी धूमधाम से मनाया गया , इस मौके पर भोजली परंपरा को जीवंत और पीढ़ी स्थानांतरण के लिए भोजली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया गया जिसमें भोजली गंगा के सबसे ज्यादा घना, ऊंचा, सजावट के आधार पर पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया । प्रतियोगिता में पहला इनाम सरोजनी साहू टीम,दूसरा संध्या मरावी टीम एवं तीसरा इनाम कैवर्त टीम को दिया गया, इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागी का सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया। अंत में भोजली दाई को छत्तीसगढ़िया परम्परा अनुसार गुड़ियारी तालाब में समाहित किया गया।इस अवसर पर सरपंच संतोष डोंगरे,उपसरपंच नरसिंह पटेल, पुत्तम दुबे,लखन साहू, बिट्टू मरावी,ओमप्रकाश सिंह,राधे निर्णेजक, प्रदीप साहू , गोविंद यादव, संतोष निर्णेजक समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। कार्यक्रम प्रमुख अरुण सिंह ने बताया कि हम यह प्रतियोगिता विगत 8 वर्षों से कर रहे है ताकि आधुनिकता और छत्तीसगढ़ी में पढ़ाई लिखाई नहीं होने के कारण गंभीर संकट कि ओर जा रही हमारी पुस्तैनी छत्तीसगढ़िया संस्कृति को बचाए जा सके ।