
रोबोटिक्स कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ में तकनीकी नवाचार की दिशा में अहम कदम
रायपुर। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, रायपुर छ.ग. शासन एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर राष्ट्रीय महत्व का संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में “रोबोटिक्स मैन्युफैक्चरिंग और एप्लिकेशन” विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 28 अगस्त से 30 अगस्त 2025 तक प्रौद्योगिकी केंद्र ग्राम भड़हा मानिकचौरी, जिला बिलासपुर में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को आधुनिक रोबोटिक्स तकनीक एवं उसके मानव जीवन में अनुप्रयोगों के बारे में व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था। उद्घाटन दिवस 28 अगस्त को हुए उद्घाटन के अवसर में संतोष कुमार कोसले प्राचार्य सेजस पचपेड़ी,दिनेश कुर्रे प्राचार्य,शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय पचपेड़ी,अरविंद डहरिया प्रतिनिधि सरपंच रैलहा, रामनारायण साहू सरपंच प्रतिनिधि मानिकचौरी,आर. डी. सूर्यवंशी उप-प्राचार्य,भड़हा सहित अनेक प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद,रायपुर द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में तथा एनआईटी रायपुर से आए विशेषज्ञों ने छात्रों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता AI तकनीक के भविष्य एवं इसके ग्रामीण युवाओं के लिए अवसरों पर विस्तार से जानकारी दी और उन्हें प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, तत्पश्चात अतिथियों ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए तकनीकी शिक्षा के महत्व और ग्रामीण क्षेत्रों में नवाचार की आवश्यकता पर अपने विचार रखे। परिचय एवं प्रशिक्षण की शुरुआत उद्घाटन के पश्चात एनआईटी रायपुर के कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. प्रदीप सिंह सह-प्राध्यापक,डॉ. दीपक सिंह सहायक प्राध्यापक एवं डॉ. नितेश के.भारद्वाज सहायक प्राध्यापक ने प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत की।
पहले दिन विद्यार्थियों को रोबोटिक्स की मूलभूत अवधारणाओं, Arduino माइक्रोकंट्रोलर के परिचय, तथा विभिन्न सेंसरों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। विद्यार्थियों को छोटे-छोटे समूहों में बाँटकर रोबोटिक्स निर्माण के प्रारंभिक चरण की व्यावहारिक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु तीनों दिनों में विद्यार्थियों ने न केवल कोडिंग सीखी, बल्कि टीमवर्क, संचार कौशल, तथा रोबोटिक्स के नवीनतम विकास के बारे में गहन जानकारी प्राप्त की। Arduino माइक्रोकंट्रोलर और विभिन्न सेंसरों का प्रयोग कर छात्रों ने एक स्वचालित रोबो कार Robo Car विकसित की, जो किसी इंसान अथवा वस्तु को सामने देखकर स्वतः रुक जाती है और उसे चलाने के लिए ड्राइवर की आवश्यकता नहीं होती।
यह प्रोजेक्ट छात्रों की नवाचार क्षमता और व्यावहारिक कौशल का उत्कृष्ट उदाहरण बना।
समापन 30 अगस्त को समापन समारोह आयोजित किया गया,जिसमें बीईओ शिवराम टंडन मस्तूरी ने सभी अतिथियों एवं आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने आयोजन की सफलता में सभी के सहयोग की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही सरपंच महोदय ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह मे संतोष कुमार कोसले,दिनेश कुर्रे,अरविंद डहरिया,आर. डी. सूर्यवंशी,कमल वर्मा सहित सभी गणमान्य सदस्य पुनः उपस्थित रहे। उत्साह और सहयोग से सम्पन्न यह कार्यशाला ग्रामीण युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाली सिद्ध हुई।