राम गोपाल भार्गव
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के अंतिम वर्ष के सूचना प्रौद्यौगिकी ब्रांच के हृदम पलवे, साक्षी अग्रवाल और आदित्य श्रीवास्तव, कैमिकल ब्रांच की प्रशंसा गुप्ता और इलेक्ट्रीकल ब्रांच की अस्मिता शर्मा को प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में पीपीओ (प्री-प्लेसमेंट ऑफर) प्राप्त हुआ है। इस कंपनी की शुरुआत होम मेड विंडो सॉफ्टवेयर के लिए हुई थी लेकिन आज यह अपने सॉफ्टवेयर के लिए दुनियाभर में जानी जाती है।
सूचना प्रौद्योगिकी ब्रांच की साक्षी अग्रवाल को माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (एसडबल्यूई) पद के लिए पीपीओ ऑफर हुआ है। उनका सीटीसी 55 लाख है। वे बतातीं हैं कि ऐसे कॉम्प्लिकेटेड एप्लिकेशन बनाने वाले कंप्यूटर और सॉफ़्टवेयर के साथ काम करना उन्हें हमेशा आकर्षित करता है। उनकी यात्रा माइक्रोसॉफ्ट एंगेज प्रोग्राम से शुरू हुई, जहां उन्होंने दिए गए प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स से एक प्रोजेक्ट बनाया। अपने प्रोजेक्ट के चयन के बाद, कुछ इंटरव्यू राउंड्स हुए और फिर उन्हें 15 मई से 7 जुलाई तक माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप की पेशकश की गई। इंटर्नशिप पूरी होने पर 15 सितंबर इंजीनियर्स डे के शुभावसर पर उन्हें कंपनी से एफटीई के तौर पर वहां ज्वाइन करने के लिए पीपीओ ऑफर मिला। साक्षी बतातीं हैं कि उनकी तैयारी में सीपी, फ्रंट और बैकएंड डेवलपमेंट, डीएसए, अन्य कोडिंग भाषाएं और कुछ आईटी ब्रांच के विषय शामिल थे। उन्होंने अपने जीवन के इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए और अपने कौशल को विकसित करने का मंच प्रदान करने के लिए अपने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल और संस्थान को धन्यवाद दिया। वे कहती हैं कि एनआईटी रायपुर का छात्र होना उनके लिए गर्व की बात है क्योंकि उनके प्रोफेसरों ने उन्हें हमेशा उचित मार्गदर्शन दिया है।
सूचना प्रौद्यौगिकी के छात्र हृदम पलवे को 55 लाख सीटीसी के पीपीओ के साथ माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (एसडबल्यूई) का पद प्रस्तावित हुआ है। हृदम अपनी कोडिंग की रुचि के बारे में बताते हैं कि वह हमेशा से कंप्यूटर में रुचि रखते थे और उनका लक्ष्य एक बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना था। धीरे-धीरे उनका डीएसए के कॉन्सेप्ट से परिचय हुआ और कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम्स को हल करने में आनंद आने लगा। उनकी यात्रा माइक्रोसॉफ्ट एंगेज प्रोग्राम से शुरू हुई, जहां उन्होंने प्रॉब्लम डिस्क्रिप्शन पर आधारित एक प्रोजेक्ट बनाया। फिर उन्हें 15 मई से 7 जुलाई 2023 तक माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप ऑफर हुई। अपनी 2 महीने की इंटर्नशिप पूरी होने के बाद उन्हें एफटीई पद ऑफर हुआ। अपनी तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए वे बताते हैं कि उनकी तैयारी में सीपी, डीएसए, नेटवर्किंग, लिनक्स और अपनी आईटी ब्रांच के विषय शामिल थे। यह अवसर प्रदान करने के लिए हृदम एनआईटी रायपुर के टीएनपी सेल को धन्यवाद देने के साथ-साथ संस्थान का भी धन्यवाद देना चाहते हैं जिसने उनके कौशल को विकसित करने में सहायता की।
सूचना प्रौद्योगिकी ब्रांच के ही आदित्य श्रीवास्तव को माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर डेवलपर इंजीनियर के तौर पर पीपीओ ऑफर हुआ है। उनका सीटीसी 55 लाख का है। उन्हें माइक्रोसॉफ्ट में समर इंटर्न की भूमिका के लिए चुना गया था, जहां उन्होंने एलॉटेड टीम के साथ दो महीने तक एक लाइव प्रोजेक्ट पर काम किया। उनका यह एक अद्भुत अनुभव था और उन्होंने लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में बहुत कुछ सीखा। आदित्य को यह समझ में आया कि लाइव प्रोजेक्ट्स को बड़े पैमाने पर कैसे हैंडल किया जाता है और वे ऐसे लोगों से मिले जिन्हें इस क्षेत्र में बहुत अच्छा अनुभव था। कुछ महीने बाद, इंटर्नशिप के दौरान किए गए काम के आधार पर उन्हें प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिला। उन्होंने अपने पहले वर्ष में कुछ कॉम्पिटिटिव प्रोग्रामिंग करके प्लेसमेंट की तैयारी शुरू कर दी। इसके अलावा उन्होंने हैकेथॉन्स के दौरान कुछ प्रोजेक्ट्स अपने दोस्तों के साथ भी बनाए जिससे उन्हें इंटरव्यू में अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने में मदद मिली। आदित्य बताते हैं कि उनका भाई और माता-पिता प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय टीएनपी सेल और संस्थान को दिया।
एनआईटी रायपुर का मजबूत पाठ्यक्रम, सपोर्टिव इकोसिस्टम उसे दूसरे संस्थानों से अलग बनाता है। संस्थान का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो कॉम्प्रिहेंसिव ट्रेनिंग, एप्टीट्यूड टेस्ट और सही मार्गदर्शन प्रदान करता है जो छात्रों की सफलता के लिए मार्गदर्शक के रूप में काम करता है। इसके साथ ही संस्थान का प्रभावशाली एलुमनाई नेटवर्क छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए यह सुनिश्चित करता हैं कि छात्र प्रोफेशनल वर्ल्ड की चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से तैयार हों।