
बिलासपुर। मस्तूरी जनपद पंचायत में मंगलवार को जनपद सभापति चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई. जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के बाद स्थायी समिति का चुनाव की प्रक्रिया दोपहर दो बजे तक सम्पन्न हो गई. जिसमें सामान्य प्रशासन के सभापति के साथ कुल पांच विभागों का सभापति और सदस्यों का निर्विरोध चुना गया. स्थायी समिति के सभापति और सदस्यों के चयन के बाद जनपद पंचायत के सामान्य सभा की बैठक कर ग्रामीण क्षेत्र के विकास की शुरुआत करेंगे। जनपद पंचायत मस्तूरी की स्थायी समिति का गठन करने के लिए मंगलवार को मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा एवं मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जेआर भगत ने 12बजे से चुनाव की प्रक्रिया शुरु की और दोपहर दो बजे तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी करवाई. जिसमें 5 स्थायी समिति का निर्वाचन हुआ, जिसमें जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर को शिक्षा स्थायी समिति का सभापति एवं धरम भार्गव,राकेश शर्मा, ज्वाला प्रसाद बंजारे एवं श्रीमति अनिता गुप्ता को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए। जनपद सदस्य ओमप्रकाश गौरहा (राजू पंडित) को संचार एवं संकर्म स्थायी समिति का सभापति एवं धरम भार्गव,राकेश शर्मा, श्रीमति अनिता गुप्ता एवं उषा देवी केवट को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए। जनपद सदस्य मनोज खरे को कृषि स्थायी समिति का सभापति एवं मंजू देवी कुर्रे, श्रीमति लवंगलता कार्तिक राम पटेल, श्रीमति चांदनी रात्रे, श्रीमति प्रतिभा वीरू अंचल को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए।जनपद सदस्य श्रीमती सरिता नरेंद्र नायक को सहकारिता और उद्योग स्थायी समिति का सभापति एवं देवेंद्र कृष्णन,हेमचंद भार्गव, श्रीमति अंजनी भास्कर पटेल, श्रीमती लक्ष्मी बाई पोर्ते को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए।जिसमें जनपद सीईओ जे.आर.भगत, रिटर्निंग ऑफिसर मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा, मस्तूरी जनपद अध्यक्ष श्रीमति सरस्वती बाई सोनवानी,उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर एवं सभी नवनिर्वाचित जनपद सदस्य उपस्थित रहे।स्थायी समिति के सभापति और सदस्यों के चुनाव के बाद मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा एवं मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सभी को बधाई दी और जल्दी ही सामान्य सभा की बैठक कर गांव गांव में विकास के लिए प्लानिंग करने को कहा. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव के बाद स्थायी समिति का चुनाव कराना आवश्यक होता है. जिसमें पांच विभागों के सभापति और सदस्य का गठन किया गया है.अब सामान्य सभा की बैठक तिथि निर्धारित कर गांव की प्राथमिकता पर चर्चा की जाएगी. शासन की योजना का लाभ अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचाया जाएगा.।
दैनिक केसरिया हिन्दूस्तान रिपोर्ट राम गोपाल भार्गव बिलासपुर। मस्तूरी जनपद पंचायत में मंगलवार को जनपद सभापति चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई. जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के बाद स्थायी समिति का चुनाव की प्रक्रिया दोपहर दो बजे तक सम्पन्न हो गई. जिसमें सामान्य प्रशासन के सभापति के साथ कुल पांच विभागों का सभापति और सदस्यों का निर्विरोध चुना गया. स्थायी समिति के सभापति और सदस्यों के चयन के बाद जनपद पंचायत के सामान्य सभा की बैठक कर ग्रामीण क्षेत्र के विकास की शुरुआत करेंगे। जनपद पंचायत मस्तूरी की स्थायी समिति का गठन करने के लिए मंगलवार को मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा एवं मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जेआर भगत ने 12बजे से चुनाव की प्रक्रिया शुरु की और दोपहर दो बजे तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी करवाई. जिसमें 5 स्थायी समिति का निर्वाचन हुआ, जिसमें जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर को शिक्षा स्थायी समिति का सभापति एवं धरम भार्गव,राकेश शर्मा, ज्वाला प्रसाद बंजारे एवं श्रीमति अनिता गुप्ता को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए। जनपद सदस्य ओमप्रकाश गौरहा (राजू पंडित) को संचार एवं संकर्म स्थायी समिति का सभापति एवं धरम भार्गव,राकेश शर्मा, श्रीमति अनिता गुप्ता एवं उषा देवी केवट को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए। जनपद सदस्य मनोज खरे को कृषि स्थायी समिति का सभापति एवं मंजू देवी कुर्रे, श्रीमति लवंगलता कार्तिक राम पटेल, श्रीमति चांदनी रात्रे, श्रीमति प्रतिभा वीरू अंचल को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए।जनपद सदस्य श्रीमती सरिता नरेंद्र नायक को सहकारिता और उद्योग स्थायी समिति का सभापति एवं देवेंद्र कृष्णन,हेमचंद भार्गव, श्रीमति अंजनी भास्कर पटेल, श्रीमती लक्ष्मी बाई पोर्ते को निर्विरोध सदस्य निर्वाचित हुए।जिसमें जनपद सीईओ जे.आर.भगत, रिटर्निंग ऑफिसर मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा, मस्तूरी जनपद अध्यक्ष श्रीमति सरस्वती बाई सोनवानी,उपाध्यक्ष नितेश सिंह ठाकुर एवं सभी नवनिर्वाचित जनपद सदस्य उपस्थित रहे।स्थायी समिति के सभापति और सदस्यों के चुनाव के बाद मस्तूरी एसडीएम प्रवेश पैकरा एवं मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सभी को बधाई दी और जल्दी ही सामान्य सभा की बैठक कर गांव गांव में विकास के लिए प्लानिंग करने को कहा. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव के बाद स्थायी समिति का चुनाव कराना आवश्यक होता है. जिसमें पांच विभागों के सभापति और सदस्य का गठन किया गया है.अब सामान्य सभा की बैठक तिथि निर्धारित कर गांव की प्राथमिकता पर चर्चा की जाएगी. शासन की योजना का लाभ अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचाया जाएगा।